राँची, झारखण्ड 26 जनवरी 2014 :: मोरहाबादी रांची में गणतंत्र दिवस के अवसर पर 17 झांकियों का प्रदर्षन हुआ। इसमें सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की झांकी प्रथम स्थान पर रही। द्वितीय पुरस्कार संयुक्त रूप से यू॰आई॰डी॰आई॰(आधार) एवं पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को तथा तृतीय पुरस्कार संयुक्त रूप से झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड एवं मंत्रिमंडल निर्वाचन को मिला।
सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग ने झारखण्ड राज्य के दुमका जिलान्तर्गत षिकारीपाड़ा प्रखंड के 108 मंदिरों के गांव मलूटी के विषयवस्तु एवं स्थापत्य पर केन्दिªत झांकी का प्रदर्षन किया। झारखंड में पष्चिम बंगाल की सीमा से सटे इस गांव में टेराकोटा स्थापत्य शैली के अप्रतिम निदर्षन को सबके सामने लाने और पर्यटन के रूप में इसके भावी विकास को सर्मिर्पत यह झांकी भविष्य में भी प्रदर्षन के लिए सूचना भवन परिसर राँची में रखी जायेगी। वृहत परम्परा के शैव, शाक्त और बौद्ध के साथ स्थानीय जीवन शैली को मंदिरों की बाहरी दीवारों पर उकेरा गया है। प्रसिद्ध साधक बामाखेपा की साधना स्थली भी मलूटी गांव ही रही है। यह गांव प्रसिद्ध देवी मौलीक्षा मां के कारण भी प्रख्यात है। झारखण्ड सरकार एवं भारत सरकार 17वीे सदी के इस ख्याति प्रसिद्ध गांव के मंदिरों के मूल स्वरूप को अक्षुण्ण रखने का प्रयास कर रही है।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का थीम घर-घर स्वच्छ पेय-जल उपलब्ध कराना था। वहीं खादी बोर्ड का थीम उद्यमिता विकास एवं महिला सशक्तिकरण था। इसी तरह से इस झांकी प्रदर्शन में विभिन्न विभागों ने अपने झांकियोें के साथ झांकी में अपने अपने थीम को प्रस्तुत किया गया। इन झांकियों के माध्यम से झारखण्ड की कला संस्कृति से लेकर झारखण्ड के खनिज संपदा, वन ,शिक्षा,स्वास्थ्य, एवं झारखण्ड के बढ़ते विकास को दर्शाया गया। इस झांकी प्रदर्शन ने मुख्यमंत्री सहित आपार जनसमूह का मनमोह लिया।
Source :: IPRD, Jharkhand