रांची, झारखंड 20 जुलाई 2014 :: झारखंड राज्य में 246 मानव-रहित (unmanned) रेलवे क्रॉसिंग (Level Crossings) हैं। ऐसे क्रॉसिंग पर दुर्घटना का राज्यवार आंकड़ा नहीं रखा जाता। हालांकि, दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत पिछले तीन साल में हुई ऐसी छह दुर्घटनाओं में 10 लोग मारे जा चुके हैं। रेलवे राज्यमंत्री श्री मनोज सिन्हा ने झारखंड से राज्य सभा सांसद श्री परिमल नथवाणी के एक सवाल पर यह जानकारी सदन में दी है।
सदन में रखे अपने बयान में मंत्री जी ने बताया कि झारखंड में पिछले तीन साल के दौरान दो रेलवे ब्रिज का निर्माण करवाया गया है, दोनों ओवरब्रिज (रोड ओवरब्रिज) हैं, उनमें कोई अन्डरब्रिज (रोड अंडरब्रिज) नहीं हैं। उन्होंने बताया कि पूरे झारखंड में 34 रेलवे ओवरब्रिज और 78 रेलवे अन्डरब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मंत्री महोदय ने अपने बयान में बताया है कि जनभावना को ध्यान में रखकर तमाम मानव-रहित क्रॉसिंग पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए रेलवे ने इस कमी को कई तरह से निरंतर दूर करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत इन मानव-रहित क्रॉसिंग को बंद करना अथवा कर्मचारी की तैनाती करना, उनका विलय करना, वहां उप-पथ (सब वे), ओवरब्रिज व अंडरब्रिज आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराना शामिल है। मंत्री जी के अनुसार, हालांकि ऐसे मानव-रहित क्रॉसिंग पर सुरक्षा की जिम्मेवारी वहां से गुजर रहे लोगों की है। इस बाबत मोटर व्हेकिल ऐक्ट के सेक्शन 131 एवं रेलवे ऐक्ट के सेक्शन 161 में कड़े प्रावधानों का उल्लेख किया गया है।