राँची, 22 नवम्बर 2013 :: विधान सभा परिसर में विधान सभा स्थापना की 13वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल डाॅ0 सैयद अहमद ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि सदन का समय बहुमूल्य है, सदन की बैठक सुचारू रूप से हो तथा सदन में जनता के विषयों पर गम्भीरता से विचार हो। आम जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विधियाँ बनाई जाए।
राज्यपाल ने कहा कि सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच संघर्ष की भावना न हो, क्योंकि दोनों का लक्ष्य राज्य का विकास करना है। विपक्ष सरकार की कमियों को इंगित कर सरकार के काम को अधिक से अधिक आमजन के अनुरूप बनाकर अपनी स्वस्थ भूमिका निभाएं। सत्ता पक्ष भी विपक्ष की आलोचना को सुझाव के रूप में स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि झारखण्ड विधान सभा के सभी सदस्यगण अपनी पूरी क्षमता एवं ईमानदारी से काम करें ताकि झारखण्ड विधान सभा का नाम देश में आदर्श विधान सभा के रूप में हो।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ऐलान किया कि विधान सभा का अपना भवन होगा और दिसम्बर के अंत तक इसका शिलान्यास कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन विधान सभा के स्थापना दिवस ही नहीं बल्कि संकल्प दिवस के रूप में मनाने की आवश्यकता है। समाजिक ही नहीं व्यक्तिगत रूप से भी यह संकल्प लेना है कि हम एकता के साथ मिलकर झारखण्ड को विकास की दिशा में ले चलेंगे। अगर जनता जागरूक हो तो विकास कार्य में तेजी आएगी।
इस अवसर पर समारोह में उत्कृष्ट विधायक के रूप में लोबिन हेम्ब्रम को प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति एवं एकावन हजार रूपये का चेक देकर सम्मानित किया गया। लोबिन हेम्ब्रम ने यह राशि अनाथ नेत्रहीन बच्ची जिसे उन्होंने पिछले दिनों ब्लाईंड स्कूल में दाखिला दिलाया है को देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त पूर्व विधान सभा सदस्यों एवं तीन विधान सभा कर्मी को भी सम्मानित किया गया।
Source :: IPRD, Jharkhand